शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा – अश्विन मास की पूर्णिमा को खीर बनाई जाती है रात की चांदनी मे रखी जाती है तथा सुबह उसका सेवन किया जाता है ऐसा विश्वास की उससे दमे की बीमारी नहीं होती है जिसमें गुरूमहाराज का विश्वास होता है। लोकायत में लोग रात को छत पर मतिरा काट कर रखते है ऐसा माना जाता है कि शरद पूर्णिमा को रात्रि में चन्द्रमा से अमृत बरसता है और अमृतमय खीर का सेवन करने से व्याधिया नहीं आती है यह रस्म होती है।