गुरुकुल
भारतीय पुरातन समृद्ध संस्कृति को पुनर्जीवित करने एवं ब्रह्मकुल की परंपरा को अपना गौरवमय स्थान दिलाने के लिए ‘ब्रह्मर्षि खेतेश्वर वेद विज्ञान गुरुकुल’ की स्थापना की गई। वर्तमान में संत श्री संस्थान के द्वारा दो गुरुकुलों का संचालन किया जा रहा है। एक श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, आसोतरा से थोड़ी दूर स्थित गुरु प्याऊ जुँझाणी नाडी (बाड़मेर) में तथा दूसरा गुरुकुल कुलगुरु श्री खेतेश्वर भगवान की जन्म स्थली श्री बिजरोल खेड़ा (जालौर) में संचालित है। वर्तमान में दोनों गुरुकुलों में राजस्थान के विभिन्न गाँवों से लगभग 170 ऋषिकुमार अध्ययनरत हैं। इन्हें आाधुनिक शिक्षा के साथ-साथ गुरुकुल पद्धति से शिक्षण करवाया जा रहा है। यहाँ ऋषिकुमारों का बौद्धिक, शारीरिक, आध्यात्मिक विकास विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के द्वारा किया जा रहा है। आधुनिक तकनीकि शिक्षा भी इन्हें दी जा रही है।