सनातन धर्म में षोडश संस्कारों का वर्णन है। उनमें से एक यज्ञोपवीत संस्कार (उपनयन संस्कार) है। उपनयन अर्थात ईश्वर और ज्ञान के पास ले जाना। इस संस्कार के अंतर्गत जनेऊ पहनी जाती है। जनेऊ धारण करने के बाद ही द्विज बालक को यज्ञ तथा स्वाध्याय करने का अधिकार प्राप्त होता है। श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, आसोतरा में शीघ्र ही यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम होने जा रहा है। इच्छुक समाज बंधु अपना आवेदन भर सकते हैं।
JAY GURU MAHARAJ JI ……………. यज्ञोपवीत संस्कार फॉर्म… बहुत सराहनीय प्रयास है।
Jay gurudev 🙏
Om brahmay namah 🙏🚩
Om kheteshwaray namah 🙏🚩
Om Tulsa Ram ji namah🙏🚩
Om dhyanaram ji namah🙏🚩
Om bhomaram ji namah🙏🚩