One thought on “राजस्थानपुरोहिताहिं सकलान् सेवापरान्मूलतो, ध्यान प्रभावत:”
  1. मोहनसिंह एफ राजगुरु सिलोर हाल अहमदाबाद says:

    गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् कटे मेरा पाप अब केसे पाऊ मैं तो शांति अब कैसे गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम् गुरु शरणम्

Leave a Reply to मोहनसिंह एफ राजगुरु सिलोर हाल अहमदाबाद Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Copyright © 2021 Shree Kheteswar Brahmdham Tirth, Asotra!!